ads
29 Jun, 2019
अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है पलामू सदर अस्‍पताल, सुविधाओं से महरूम हुए मरीज
admin Admin

पलामू : सदर अस्पताल अपने कारनामों से हमेशा सुर्खियों में रहता है. स्‍वास्‍थ्‍य सुविधा को बेहतर बताने की राज्य सरकार लाख दावे करे, मगर सदर अस्पताल के खोखले वादे और लचर व्‍यवस्‍था स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की पोल खोलती नज़र आती है.

आईसीयू में लगे एसी कभी चलते ही नहीं

सदर अस्पताल के आईसीयू में AC लगा हुआ है, मगर कभी नहीं चलता है. सभी अपने- अपने मरीजों को अपने हाथों से पंखा झल कर किसी तरह से  रात गुजरा करते हैं, जबकि आईसीयू में 24 ×7 AC चलना चाहिए.

अस्पताल में अनुपलब्‍ध रहती हैं दवाइयां

इतना ही नहीं मरीज के परिजन बताते हैं कि डॉक्टर के द्वारा लिखे हुए लगभग दवा बाहर से ही लेना पड़ता है, क्योंकि सदर अस्पताल में डॉक्टर के द्वारा लिखे हुए दवाइयां उपलब्ध नहीं रहती.

बरामदे में प्रसूता व नवजात को दी जाती है जगह

इतना ही नहीं, प्रसव वार्ड जहां पर जन्म लेने वाले बच्चे और मां को साफ – सुथरी व सुरक्षित जगहों पर रखना चाहिए, लेकिन सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में वार्ड के बाहर ही बेड लगाकर मां और बच्चे को सुलाया जाता है. कारण प्रसव वार्ड में बेड की कमी, जिसकी वजह से मां और जन्म लेते हुए बच्चे को वार्ड के ठीक बाहर बरामदे में जगह दे दी जाती है. मरीज के परिजन किसी तरह से गर्मी में परेशान होते हुए भी अपना इलाज करवाने को मजबूर हैं.

कईयों के बेड पर चादर तक नहीं दिए जाते

इतना ही नहीं इमरजेंसी वार्ड में अधिकांश बेड तो फटे हुए हैं और कईयों के बेड पर चादर तक नहीं दिए जाते हैं. यदि इसी बीच किसी को पानी प्यास लग जाए, तो उन्हें बाहर जाकर या तो बोतल खरीद कर आना पड़ता है या फिर किसी चापाकल या किसी नल का सहारा लेना पड़ता है.

बदतर है शौचालय की स्थिति

इतना ही नहीं एमरजेंसी वार्ड में भर्तीमरीज के परिजन का कहना है कि वह नारकीय जीवन जी रहे हैं, क्योंकि यहां पर शौचालय की स्थिति बद से बदतर है. क्योंकि शौचालय के पास कचरे का अंबार लगा हुआ रहता है  और शौचालय साफ- सुथरा भी नहीं रहता. बहरहाल राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग लाख कोशिशों के बावजूद पलामू प्रमंडल का जिला मुख्यालय के सदर अस्पताल की हालत खराब है.  सदर अस्पताल मैनेजमेंट और सिविल सर्जन मौन हैं, इस पर कोई ध्यान नहीं देता है.



  • VIA
  • Admin




ads

FOLLOW US