25 Jun, 2019
एक अजनबी की जान बचाने आगे आये पलामू के युवा
admin Admin

लातेहार : एक बार फिर पलामू के युवाओं ने इंसानियत की मिशाल पेश की है, मानवता का बोध कराया है, जरा सोचिए एक अज्ञात व्यक्ति, अनजान जगह पर, अनजान लोगों के बीच ट्रेन से गिरता है. घटना में उसके दोनों पैर कट जाते हैं. शरीर के अन्य हिस्सों में गहरा चोट आता है. घटना बरवाडीह जंक्शन पर होती है. जीआरपी उसे  सदर अस्पताल मेदिनीनगर लाकर एडमिट करवा देती है. घटना से गहरा आघात लगा युवक ना कुछ बोल पाता है ना ही उसके पॉकेट में कोई आइडेंटिटी कार्ड था जिससे उसके परिवार वालों के बारे में पता लगाया जा सके. लावारिश अवश्था में पड़े उस अनजान सख्श के लिए अचानक युवाओं की फौज खड़ी हो जाती है. डॉक्टर के मुताबिक दोनों पैर कट जाने से उनके शरीर से अत्यधिक रक्तश्राव हो चुका था. जान जाने का खतरा बना हुआ था. बिना सोचे युवाओं ने अपना खून दिया. बाहर की जो दवाइयां लानी थी वो लाया गया उसके साथ हरवक्त दो लोग साथ रहे और आखिरकार उसकी जिंदगी बचा ली गयी.

जिन युवाओं ने जी-जान लगा कर उस अजनबी की जान बचाई. अब उनके बारे में जान लेते हैं. तरंग फाउंडेशन के बैनर तले लोगों की सेवा करने वाले तरंग के फाउंडर कोमल कुमार अंकु, श्रवण, रुद्र प्रताप और रोहित की साथ उनके अन्य साथियों ने अजनबी की जान बचाने के लिए दिन रात एक कर दिया. सोमवार की देर रात होश में आने के बाद उसने अपना नाम अशोक उर्फ पपू बताया. पिता का नाम देवशरण और पता परसापानी मनिका बता रहा है. हालांकि अभी तक उसके परिजन पंहुचे नही हैं, परिजनों को कांटेक्ट करने की कोशिश की जा रही है.

 

जिन युवाओं ने जी-जान लगा कर उस अजनबी की जान बचाई. अब उनके बारे में जान लेते हैं. तरंग फाउंडेशन के बैनर तले लोगों की सेवा करने वाले तरंग के फाउंडर कोमल कुमार अंकु, श्रवण, रुद्र प्रताप और रोहित की साथ उनके अन्य साथियों ने अजनबी की जान बचाने के लिए दिन रात एक कर दिया. सोमवार की देर रात होश में आने के बाद उसने अपना नाम अशोक उर्फ पपू बताया. पिता का नाम देवशरण और पता परसापानी मनिका बता रहा है. हालांकि अभी तक उसके परिजन पंहुचे नही हैं, परिजनों को कांटेक्ट करने की कोशिश की जा रही है.


 

 



  • VIA
  • Admin




ads

FOLLOW US