श्री बंशीधर नगर :- केतार प्रखंड में सैलानियों और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कई स्पाॅट तैयार है।इनमें चट्टनीया डैम ,मां चतुर्भुजी मंदिर,राजघाटी,सोन नदी पिकनिक स्पॉट, नारायण वन सुर्य मंदिर व सतबहिनी झारना भी सैलानियों को अपने ओर लुभाते हैं। लेकिन इन सबों के बीच एक ऐसा फॉल जो सुदूर्वरती क्षेत्रों में होने के वावजूद अपनी सुंदरता बिखेरने में कमी नहीं कर रही है।प्रखंड मुख्यालय केतार से महज़ आठ किलोमीटर की दूरी पर केतार- कांडी मुख्य मार्ग पर परसोडीह गांव के समीप एक किमी की दुरी पर दक्षणी पहाड़ी के वादियों में में स्थित है यह लौंगदर प्राकृतिक झारना। तीनों ओर पहाड़ी से घिरे इस फाॅल का मनोरम दृश्य किसी हिल स्टेशन से कम नहीं है। इस फॉल के बगल में उच्ची- उच्ची पहाड़ी चार चांद लगाती है। यहां के शांत वातावरण में पक्षियों का कलरव अनायास लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। स्थानिय लोगों का कहना है की ऊंची पहाड़ी के तराई में होने के वावजूद इस झारना का पानी पुरे बरसात में कभी नहीं सूखती है। यह फॉल पर जाने के लिए लगभग 300 फीट पहाड़ी पर चढ़ना पड़ता है।स्थानिय लोगों द्वारा इस फॉल के पास जाने के लिए पहाड़ी के पत्थर पर एरो का निशान लगाया गया है जिससे लोग आसानी से इस फाॅल के पास जा सकते हैं।यह फॉल 80 फीट ऊंची पहाड़ी से गिरता है।यहां पर नव वर्ष पर लोग पिकनिक मनाने भी भारी संख्या में पहुंचते हैं। पहाड़ीयों के गोद में बसे होने के कारण इस झारना का नाजारा काश्मीर कि वादियों जैसा दिखता है।इस क्षेत्र को प्रयटन के रूप में विकसित किया जाए तो निश्चित ही यह झारखंड के मानचित्र पर प्रयटन स्थल बनकर उभरेगा। फिलहाल अगस्त- सितम्बर के महीने में इस झारना का लुत्फ उठाने और नजारा देखने प्रख़ड के आसपास के ग्रामीणों सहीत भवनाथपुर,खरौधी, हरिहरपुर,कांडी,रमुना, बंशीधर नगर,धुरकी, गढ़वा, डाल्टेनगंज,सहीत पड़ोसी राज्य बिहार से भी लोग पहुंच रहे हैं।साथ ही झारना का लुत्फ उठाने वाले लोग नारायण वन सुर्य मंदिर व नारायण वन पहाड़ी व नारायण वन के समीप सतबहिनी झारना का भी लुत्फ उठा रहे हैं।इस पहाड़ी में एक दशक पुर्व नक्सलियों के खोफ से लोग डरे- सहमे रहते थे लेकिन आज लोग सुबह सात बजे से शाम 6 बजे तक सैलानियों का हुजूम लगा रहता है।
- VIA
- Amaresh Kumar Vishwakarma
-
26 Apr, 2024 86
-
19 Apr, 2024 419
-
16 Apr, 2024 447
-
16 Apr, 2024 418
-
15 Apr, 2024 695
-
14 Apr, 2024 189
-
26 Jun, 2019 4142
-
25 Nov, 2019 4095
-
24 Jun, 2019 3936
-
22 Jun, 2019 3564
-
25 Jun, 2019 3365
-
23 Jun, 2019 3252