गढ़वा : झारखंड भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सह गढ़वा रंका विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक श्री सत्येंद्र नाथ तिवारी ने कहा कि आज वैश्विक महामारी कोरोना से निजात पाने के लिए संपूर्ण देश में लोक डाउन की स्थिति है। कोरोना से बचने का सबसे सफल उपाय भी लॉक डाउन ही है। उन्होंने गढ़वा जिला प्रशासन, पुलिसकर्मी, पत्रकार गण, समाजसेवी, बैंक कर्मी एवं स्वास्थ्य कर्मियों का अभिनंदन एवं स्वागत करते हुए कहा कि आप सबों की वजह से ही गढ़वा जिला अब तक कोरोना संक्रमण से मुक्त था।
सभी कोरोना योद्धाओं के अथक प्रयास से ही गढ़वा जिला सरकार के ग्रीन जोन जिला में शामिल था। किंतु विगत एक सप्ताह के भीतर तीन-तीन संक्रमित व्यक्तियों के चिन्हित होने के बाद पूरे गढ़वा जिला में भय व दहशत का माहौल है।
श्री तिवारी ने कहा कि रविवार को जिला प्रशासन का एक वक्तव्य काफी आश्चर्यजनक, परेशान करने वाला एवं पूरे गढ़वा जिला वासियों के लिए विचारणीय है। जिसमें जिला प्रशासन ने स्वीकार किया है कि गढ़वा जिला में संक्रमण फैलाने का एकमात्र प्रमुख कारण रांची के लेक व्यू अस्पताल में संक्रमित व्यक्ति का गढ़वा जिला प्रशासन की अनुमति के बगैर गढ़वा आना है।
उक्त संक्रमित व्यक्ति बिना प्रशासन को सूचना दिए गढ़वा अपने आवास में आकर अपने घर के सदस्यों को संक्रमित करते हुए पूरे गढ़वा जिला के सैकड़ों लोगों के संपर्क में जाकर या तो संक्रमित किया या उन सभी को शक के दायरे में खड़ा करने का काम किया है।
उन्होंने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा है कि संक्रमित व्यक्ति एवं उसके संपर्क में आए सभी लोगों का मोबाइल नंबर/लोकेशन या अन्य माध्यम से हर हाल में पता लगावे की किस राजनीतिक या प्रशासनिक पदाधिकारी के पैरवी के बल पर संक्रमित व्यक्ति मजे से रांची से गढ़वा का सफर तय कर गढ़वा को आग के हवाले करने का काम किया है।
पूर्व विधायक ने कहा कि जिला प्रशासन हर हाल में उस जिम्मेदार राजनीतिक/प्रशासनिक चेहरा को बेनकाब करे, जिसने रिमोट के सहारे गढ़वा जिला के लोगों पर आग की बरसात कर, सुख-चैन और शांति छीनने का काम किया है। जिला प्रशासन उस पर एफआईआर दर्ज कर दंडित करे।
पाकुड़ की घटना जो सर्वविदित है कि राज्य सरकार के मंत्री/पदाधिकारी की संलिप्तता की जांच माननीय उच्च न्यायालय के आदेश पर किया जा रहा है। पाकुड़ की वह घटना गढ़वा की घटना से मिलती-जुलती है। जहां रांची से सैकड़ों लोगों को बसों में ठूंसकर पाकुड़ पहुंचाने का काम किया गया था।
श्री तिवारी ने कहा कि मैं जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य सरकार से भी इस घटना का उद्भेदन कर जिम्मेवार व्यक्ति को दंडित करने की मांग करता हूं। अन्यथा बाध्य होकर गढ़वा जिला वासियों के हितों की रक्षा के लिए मुझे उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा।
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