
भाजपा सांसद विष्णु दयाल राम आज पलामू के अति महत्वपूर्ण योजना गढ़वा बाईपास फोरलेन सड़क निर्माण का जायजा लिया. सांसद ने विकास तीर्थ कार्यक्रम के तहत जनसभा में शामिल हुए. उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों को केंद्र की मोदी सरकार के 9 सालों की उपलब्धियों को बताया.
सांसद विष्णु दयाल राम ने कहा कि पिछले 9 सालों में हमारी सरकार ने पलामू संसदीय क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योजना को धरातल पर उतारा है. गढ़वा-बाईपास के साथ साथ अन्नराज घाटी, अन्नराज डैम, श्रीनगर-पंडुका ब्रिज, कनहर पाइपलाइन योजना समेत कई योजनाओं पर भी काम चल रहा है.
बीडी राम ने बताया कि फोर लेन का निर्माण कब का पूरा हो जाता,लेकिन कब्रिस्तान की गैरमजरुआ सरकारी भूमि को उपलब्ध कराने में जिला प्रशासन ने असमर्थता जाहिर कर दी है,जिसके कारण कार्य प्रभावित है. अगर राज्य सरकार भूमि उपलब्ध करा दे तो3महीने में बाईपास का निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा.
गढ़वा रेहला बाईपास 22.730 कि0मी0 लंबी है जिसकी प्रस्तावित खर्च 903.47 करोड़ है उक्त खण्ड के चौड़ीकरण हेतु परियोजना का अवार्ड दिनांक 26.10.2020 को एवं रियायत एकरारनामा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एवं रियायतग्राही (मे0 रेहला-गढ़वा हाईवेज प्रा0 लि0) के बीच दिनांक 18.12.2020 को हस्ताक्षरित किया गया था एवं इसकी Appoint Date 07.10.2021 को घोषित करने के बाद अब तक इसमूें करीब 90 प्रतिशत कार्य को पूर्ण कर लिया गया है।
अन्नराज घाटी में सुरक्षा एवं ट्रैफिक सुधार उपाय हेतु माननीय केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री जी के द्वारा वीडियो कांफ़्रेसिंग के माध्यम से ₹16 करोड़ रुपए की लागत से ऑनलाइन शिलान्यास किया गया। विदित हो की गढ़वा जिला के एनएच 343 अनराज घाटी में अक्सर हो रहे दुर्घटनाओं से मौतों को रोकने तथा अन्नराज घाटी के तीखे मोड़ को सीधा करने के लिए मैंने माननीय केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी जी को पत्र लिखा था पत्र के आलोक में माननीय मंत्री श्री गडकरी जी ने गढ़वा जिला के निवासियों को दुर्घटनाओं से निजात दिलाने तथा गढ़वा - अंबिकापुर मार्ग पर अवस्थित अन्नराज घाटी के तीखे मोड़ को सीधा करने के लिए स्वीकृति प्रदान की।
श्रीनगर पडुंका ब्रीज दिनांक 14 नवम्बर 2022 को पंडुका में सोन नदी पर श्रीनगर (झारखण्ड) एवं पंडुका (बिहार) के बीच ब्रीज निर्माण का शिलान्यास सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार के माननीय मंत्री श्री नितिन गड़करी जी के द्वारा किया गया था। यह पुल जितना बिहार के लिए महत्वपूर्ण है उससे भी कही अधिक पलामू एवं गढ़वा जिले सहित झारखण्ड वासियों के लिए है।
विदित है कि उक्त ब्रीज निर्माण की मांग यहां की जनता के द्वारा वर्षों से थी, जिसकी स्वीकृति के लिए मैं वर्ष 2014 से ही प्रयासरत था। उक्त मामले को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान एवं नियम 377 के अंतर्गत कई बार सदन में उठाते रहा। साथ ही साथ पत्राचार के माध्यम से एवं व्यक्तिगत रूप से माननीय मंत्री श्री नितिन गड़करी जी से भी मिलकर इस ब्रीज के निर्माण की स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया था। फलस्वरूप दिनांक 15/03/2021 को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा ब्रीज निर्माण की स्वीकृति प्राप्त हुयी, जिसके अनुसार पहुॅच पथ सहित 2-लेन उच्चस्तरीय आर.सी.सी. पुल (लंबाई 2.15 कि0मी0) के लिए 210.13 करोड़ (दो सौ दस करोड़ तेरह लाख) की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी है। इसके कार्यन्वयन की अवधि 24 महीने की होगी।
उक्त ब्रीज के निर्माण से न केवल गढ़वा से बिहार, उत्तर प्रदेश की दूरी कम होगी बल्कि यहॉ से लखनऊ पी.जी.आई. इलाज कराने हेतु जाने वाले को भी अत्यधिक आसानी होगी। शायद यह दूसरी जगहों के लोगों को यह पता नहीं होगा कि पलामू संसदीय क्षे़त्र के अंतर्गत दोनों जिले क्रमशः पलामू एवं गढ़वा से सैकड़ों की संख्या में मरीज इलाज हेतु प्रतिमाह पी.जी.आई. लखनऊ में जाते हैं। इस ब्रीज के निर्माण से न केवल पलामू एवं गढ़वा जिले को लाभ होगा बल्कि छतीसगढ़ के सीमावर्ती इलाके के लोग भी लाभान्वित होंगे। व्यापार बढ़ने के साथ-साथ रोजगार के नए-नए अवसर उत्पन्न होंगे।
सोन-कनहर पाइप लाइन सिंचाई योजना गढ़वा जिले में पाइप लाइन जलापूर्ति के माध्यम से विभिन्न जलाशयों से आवश्यकतानुसार पेयजल तथा सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 1169.28 करोड़ रूपए की सोन-कनहर पाइप लाइन सिंचाई योजना को प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी है। मेरे द्वारा 12 फरवरी 2017 को तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री रघुबर दास जी को एक पत्र के माध्यम से पलामू एवं गढ़वा में पड़ने वाले अकाल की ओर ध्यान आकृष्ट कराया था जिसमें पलामू संसदीय क्षेत्र अंतर्गत विशेषकर गढ़वा जिला वृष्टिछाया के अंतर्गत आता है जहां बारिश होने की मात्रा अन्य जिलों की अपेक्षा कम होती है, जिससे प्रतिवर्ष गढ़वा जिला में अकाल होने की संभावना बनी रहती है तथा यह भी बताया कि 2014 में चुनाव प्रचार के दौरान जब मैं क्षेत्र भ्रमण कर रहा था तो सभी लोगों ने एक स्वर में सिंचाई व्यवस्था के संबंध में मांग उठायी थी। साथ ही मैंने यह भी अनुभव किया कि पलामू एवं गढ़वा के लोगों के पास कुछ न कुछ जमीन है उन्हें सिर्फ सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करा दी जाय तो उन्हें फसल उपजाने में सुविधा होगी। माननीय तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री रघुबर दास जी ने पलामू-गढ़वावासियों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने दिनांक 17.10.2017 को माननीय केन्द्रीय मंत्री श्री नीतिन गड़करी जी को एक पत्र लिखा गया जिसमें 10 सिंचाई परियोजनाएं को धरातल में उतारने हेतु राशि देने एवं केंद्र प्रायोजित योजनाओं में सम्मिलित करने का अनुरोध किया था । 10 सिंचाई परियोजनाओं में से दो सिंचाई परियोजनाएं पलामू संसदीय क्षेत्र से संबंधित थी-
1. गढ़वा जिला में सोन-कनहर पाइपलाइन परियोजना
2. पलामू में सोन पाइप लाइन परियोजना।
तत्पश्चात् मैंने तत्कालीन माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा लिखे गए पत्र के आलोक में माननीय केन्द्रीय मंत्री श्री नीतिन गड़करी जी को 24 जुलाई 2018 में एक अनुरोध पत्र लिखा कि पलामू संसदीय क्षेत्र अंतर्गत पलामू एवं गढ़वा दोनों जिले 115 आकांक्षी जिलों में आते हैं, यहां सुखाड़ की संभावना बनी रहती है। माननीय केन्द्रीय मंत्री जी से अनुरोध किया कि केन्द्र सरकार के सहयोग से उक्त योजनाओं को धरातल पर उतारा जाना है। अतः आप संबंधित पदाधिकारियों को निदेश दें की जल्द से जल्द सहमति प्रदान करें ताकि पलामू संसदीय क्षेत्र का सामाजिक एवं आर्थिक विकास हो सके। दिनांक 05 जनवरी 2019 को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने छः महत्वाकांक्षी सिंचाई योजनाओं का शिलान्यास किया जिसमें एक महत्वपूर्ण योजना कनहर-सोन पाइपलाइन सिंचाई योजना है।
सोन कनहर पाइप लाइन योजना से 70 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी गढ़वा/पलामू तक पहुंचाया जाएगा, सरकार के तरफ से 2.50 लाख मीटर तक 1500 मी0मी0 व्यास का टनल बनाया जाएगा। इसमें कनहर से 36 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी भण्डरिया, रंका, चिनियां, धुरकी, रमकण्डा और रमना तक पहुंचाया जाएगा। वहीं सोन नदी से गढ़वा, मेराल, नगर उंटारी, मंझिआंव, पाण्डू, खरौंधी, रमना, विशुनपुरा को पीने का पानी तथा सिंचाई का पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त 14240 हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई और 3.28 लाख लोगों को पेयजल की सुविधा मिल पाएगी, पाइप लाइन की कुल लम्बाई 270 कि0मी0 होगी। सोन नदी के एक स्थान भवनाथपुर प्रखण्ड अंतर्गत दारीदह से तथा कनहर नदी के दो स्थान रंका प्रखण्ड अंतर्गत मंत्री तथा भण्डरिया प्रखण्ड अंतर्गत उगरा ग्राम से पानी को लिफ्ट किया जाएगा।
उक्त योजना से जलाशयों, डैमों एवं तालाबों में भरा जाएगा पानी सोन कनहर सिंचाई योजना से सरसतिया सिंचाई योजना, बांय-बांकी सिंचाई योजना, कवलदाग सिंचाई योजना, चिरका जलाशय, भवानीकुंड जलाशय, उत्तमाही सिंचाई योजना, पंडरवा जलाशय तथा बीच मे पड़ने वाले डैम एवं तालाबों में भरा जाएगा।
विदित है कि दिनांक 04.01.2019 को झारखण्ड राज्यपाल के आदेश से रमेश कुमार दूबे, विशेष सचिव, झारखण्ड सरकार के द्वारा प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान किया गया था। सोन-कनहर पाइप लाइन के माध्यम से विभिन्न जलाशयों/जल निकायों में आवश्यकतानुसार पेयजल एवं सिंचाई जल उपलब्ध कराए जाने के कार्य हेतु प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी थी।
- VIA
- Admin

-
21 Sep, 2023 38
-
21 Sep, 2023 32
-
21 Sep, 2023 38
-
18 Sep, 2023 27
-
18 Sep, 2023 64
-
15 Sep, 2023 280
-
25 Nov, 2019 3792
-
26 Jun, 2019 3747
-
24 Jun, 2019 3537
-
22 Jun, 2019 3034
-
23 Jun, 2019 2887
-
25 Jun, 2019 2874
FEATURED VIDEO

PALAMU

JHARKHAND

PALAMU

PALAMU

PALAMU

PALAMU

LATEHAR

JHARKHAND

JHARKHAND
